माहेश्वर सूत्र पाणिनीय व्याकरण के मेरुदण्ड हैं । इनकी संख्या १४ है । ये चौदह माहेश्वर...
वेद मन्त्रों के शुद्ध स्वरूप को यथावत् रूप में बनाये रखने के लिए तथा उनके उच्चारण में...
भारतीय दृष्टि में वेद अपौरुषेय हैं किन्तु पूर्वमीमांसा और बाद में सायणाचार्य की भाष्य...
भारतीय परम्परा वेदों को अपौरुषेय अर्थात् किसी मनुष्य की कृति नहीं मानती है । मन्त्रों...